परिचय-:
मनुष्य के जीवन में अक्सर ऐसा होता है,की वो अपनी ज़िंदगी में एक मुकाम हासिल करने के लिए खूब मेहनत करता है,लेकिन उसकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर होता है और वो उसको किसी और क्षेत्र में ले जाती है,जो उसकी ज़िंदगी जीने का मकसद बन जाता है।
ठीक ऐसा ही हुआ वास्तु-गुरु डॉ.मधुराज जी की ज़िंदगी में,दरअसल मधुराज जी ने अपने करियर की शुरुआत नेवी पायलेट की रूप में की थी। लेकिन इनकी रुचि वास्तु-शास्त्र के क्षेत्र मे रही और इसे उन्होंने अपना कर्मक्षेत्र बनाया।
डॉ.मधुराज जी ने नागपुर विश्वविद्यालय से एनर्जी वास्तु में पीएचडी की विधिवत शिक्षा ग्रहण की। इसके अलावा मधुराज जी ने विभिन्न देशो से वास्तु-शास्त्र से सम्बंधित विद्या ग्रहण की है। जैसे मॉरीशस में अरोमा थेरेपी,साउथ अफ्रीका में पैरानार्मल एक्टिविटी एवं मिस्त्र में एनर्जी-वास्तु की शिक्षा प्राप्त की है। इसलिए आज लोग डॉ.मधुराज जी को वास्तु-गुरु के नाम से जानते है।
डॉ.मधुराज जी पिछले 15 वर्षो से वास्तु शास्त्र के माध्यम से लोगो की समस्याओ का समाधान करते आ रहे है। वैसे तो मधुराज जी मूलतः बनारस के रहने वाले है,लेकिन इनकी ख्याति को देखते हुए आज लोग देशभर के आलावा विदेशो से भी अपनी समस्याओ के समाधान के लिए परामर्श लेते है। क्योकि मधुराज जी एक प्रसिद्ध वास्तु-गुरु होने के साथ-साथ पैरानार्मल एक्टिविटी,जियोपैथिक स्ट्रेस का परीक्षण एवं अरोमा थेरेपी के विशेषज्ञ भी हैं। जिससे एकदम सटीक परीक्षण में मदद मिलती है।
डॉ.मधुराज जी की कार्य शैली एवं इनके वास्तु शास्त्र के अनुभव को देखते हुए,इनको देश के विभिन्न राज्यों जैसे-उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश,राजस्थान, महाराष्ट्र,वेस्ट बंगाल,दिल्ली के अलावा मलेशिया,दुबई,यूरोप,नेपाल जैसे देशो में भी सम्मानित किया जा चुका है।
मधुराज जी को जहाँ अपने देश में वास्तु-विभूषण,वास्तु-सम्राट,वास्तु-मार्तण्ड,वास्तु-शिरोमणि,ज्योतिष-महर्षि अवार्ड,वास्तु-मिलेनियम अवार्ड, गुरुगोरखनाथ-अवार्ड एवं पदम्-अवार्ड से सम्मानित किया गया है,वही मलेशिया एवं दुबई में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
आज वास्तु-गुरु डॉ.मधुराज जी की काबिलियत और वास्तु शास्त्र के क्षेत्र में इनकी विशेष उपलब्धियों को देखते हुए कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी अपनी वास्तु संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए इनके पास पहुँचती है।
डॉ.मधुराज जी की सबसे खास बात ये है कि मधुराज जी भूगर्भ के नकारात्म ऊर्जा का न सिर्फ सूक्ष्म अध्ययन करते हैं,बल्कि उसका निदान भी करते हैं। साथ ही नये भवन के निर्माण के लिए गुरु जी वास्तु के अनुरुप नक्शा भी बनाते हैं। अगर आप भी वास्तु-गुरु डॉ.मधुराज जी का मार्गदर्शन पाना चाहते हैं,तो आप उनसे संपर्क कर सकते हैं।
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